Dewasi samaj gaan by jetharam dewasi moriya |
गाथा मैँ गाऊ कैसे, मैँ खुद हूँ देवासी ।
भारत का रखवाला हूँ, भारत का हूँ निवासी ।।
पहनावे मे धोती-कुर्ता, पगङी है पहचान ।
मान बढावे देश का, बढावे देश की शान ।।
अजीब है मेरी चाल ढाल, अजीब है भाईचारा ।
सभी को राम-राम बोलते, सबको लगता प्यारा ।।
सदियो से देश मे रहते है, सदियो का है इतिहास ।
सेवा के कारण ही, तो हूए जग मे विख्यात ।।
भेङपालन का काम करते, गाय का करते है सम्मान ।
बेटा-बेटी का भेद मिटा, करते बेटियो का सम्मान ।।
गाथा मैँ गाउ कैसे, मैँ खुद हूँ देवासी ।
भारत का रखवाला हूँ, भारत का हूँ निवासी ।।
कवि- जेठाराम देवासी मोरियाJetharam Dewasi
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