ओटाराम जी देवासी |
आज हम देवासी समाज की इस वेबसाइट dewasisamaj.com पर देवासी समाज के महान सेवक, चामुण्डा माताजी के प्रखर भक्त्त, राजस्थान की राजनीति में अपना डंका बजाने वाले तथा देश के पहले गौपालन मंत्री आदरणीय श्रीमान ओटाराम जी देवासी की जीवनी प्रस्तुत करने जा रहे हैं।
ओटाराम जी की जीवनी से पहले पढ़े उनका पूरा बायोडाटा :-
नाम- ओटाराम जी देवासी
पिता- हेमाराम जी देवासी
जन्म:- 10 अक्टूबर 1964
पत्नी- अमिया देवी
संतान- 2 पुत्र तथा 2 पुत्रियाँ
ऊँचाई- 5 फुट 11 इंच
शैक्षणिक योग्यता- 10 वीं पास
पेशा- पुजारी, विधायक, मंत्री
वेबसाइट- otaramdevasi.in
मूल निवासी- गाँव- मुंडारा, तहसील- बाली (पाली)
टेलीफोन नं.- 02938-2451531
वर्तमान पता- 2/2 विधायक नगर, जयपुर पश्चिम
मोबाइल नंबर- 9829225095 /9414125095
ई-मेल- devasi.otaram@gmail.com
source:- Rajassembly.nic.in
ओटाराम जी देवासी का बचपन :- ओटाराम जी का जन्म 10 अक्टूबर 1964 को हुआ था।इनके माता-पिता अन्य देवासियों की तरह भेड़-पालन और ऊँट पालन का काम करते थे। इनका बचपन अन्य साधारण बच्चों की तरह ही बीता। ओटाराम जी का जन्म राजस्थान के पाली जिले में बाली तहसील के मुण्डारा गाँव में हुआ था। वे अपने गाँव के विद्यालय में शिक्षा ग्रहण के लिये जाते थे। उनकी शैक्षणिक योग्यता 10 वीं पास है।
राजस्थान पुलिस में चयन :- ओटाराम जी देवासी बचपन से ही मजबूत कद - काठी के थे। बचपन से ही उनकी रूचि पुलिस अफसर और भारतीय सैनिक बनने में थी। ओटाराम जी देवासी 10 वीं पास करके राजस्थान पुलिस में भर्ती हो गये। कुछ समय तक इन्होंने पुलिस में अपनी सेवाएँ दी।
बने चामुण्डा माता के भक्त्त :- राजस्थान पुलिस में सेवारत ओटाराम जी देवासी की तबियत खराब हो गयी। अपने बिगड़ते स्वास्थ्य के कारण ओटाराम जी देवासी ने पुलिस की नौकरी छोड़ दी। रेबारी समुदाय सदियों से ही हिन्दू देवी - देवताओं के मानते आ रहा हैं और ओटाराम जी के परिवार वाले भी मानते थे। उनके परिवार वाले उनको गाँव के ही चामुण्डा माता के प्राचीन मंदिर में ले गये, जहाँ के पुजारी ओटाराम जी के नानाजी थे। चामुण्डा माताजी की कृपा तथा माताजी के प्रति रेबारी समुदाय की आस्था के कारण ओटाराम जी का स्वास्थ्य सुधरने लगा और जल्द ही वे स्वस्थ हो गये। चामुण्डा माताजी के इस चमत्कार से ओटाराम जी माताजी के परम भक्त बन गये और ओटाराम जी ने अपने जीवन को माताजी के चरणों में समर्पित करने की शपथ ली। इस प्रकार माताजी के आशीर्वाद से वो माताजी के भोपा बन गये।
भोपाजी ओटाराम जी देवासी |
राजनीती में प्रवेश :- चामुण्डा माताजी के आशीर्वाद से भोपाजी ओटाराम जी की कीर्ति चारों ओर तेजी से फैल गई। मुण्डारा गाँव के चामुण्डा माता के मंदिर पर हजारों लोग अपनी फरियाद लेकर आने लगे और माताजी के दरबार में पूर्ण आस्था के साथ धोक लगाते। माताजी के आशीर्वाद से ओटाराम जी सबकी दुःख - पीड़ा को दूर करने लगे और बाली तहसील में ओटाराम जी भोपोजी के नाम से प्रसिद्ध हुए। सर्वप्रथम राजस्थान के मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत की नजर ओटाराम जी पर पड़ी। भैरोसिंह जी शेखावत उस समय बाली विधानसभा क्षेत्र से BJP के प्रत्याशी थे। भैरोसिंह जी शेखावत को ओटाराम जी से भाजपा के वर्तमान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष फालना (बाली) निवासी ओमजी माथुर ने मिलवाया था। ओटाराम जी देवासी ने गाँव गाँव दौरा करके रेबारी समाज को संगठित करके उनसे भैरोसिंह शेखावत को वोट देने की अपील की। इस चुनाव में समस्त रेबारी समाज ने भेरोसिंह शेखावत को वोट दिया और वे रिकॉर्ड वोटो से जीतकर मुख्यमंत्री बने। इसके बाद ओटाराम जी देवासी का कद और पहचान और भी बढ़ गई और वे पशिचमी राजस्थान रेबारी समाज के एक मजबूत मतों के रूप में उभरकर आयें। इसके बाद ओटाराम जी देवासी BJP में शामिल हो गये।
भेरोसिंहजी एवं ओटारामजी |
राजस्थान की राजनीति में बनाई पहचान :- राष्ट्रीय राजनीति में पैठ जमाने के बाद सन 2007 में ओटाराम जी सम्पर्क वसुंधरा राजे से हुआ। ओटाराम जी देवासी की लोकप्रियता व रेबारी समाज पर उनकी मजबूत पकड़ के कारण वसुंधरा राजे ने सन 2008 के विधानसभा चुनाव में उन्हें सिरोही विधानसभा क्षेत्र से BJP का टिकट दिया। अपने पहले ही चुनाव में वे आसानी से जीत गये और राजस्थान की विधानसभा में प्रवेश किया। सिरोही विधानसभा क्षेत्र में ओटाराम जी द्वारा किये गए प्रशंसनीय कार्यों की बदौलत उन्हें फिर से टिकट मिला और 2013 के विधानसभा चुनाव में ओटाराम जी ने कांग्रेस के उम्मीदवार को 25000 वोटों से कड़ी शिकस्त दी। लगातार दूसरी बड़ी जीत के कारण ओटाराम जी को वसुंधरा सरकार में गोपालन मंत्री बनाया गया है।
देश के पहले गोपालन मंत्री :- रेबारी समाज का इतिहास रहा है कि यह समाज सदियों से गौ माता की सेवा करता आया है। आज लगभग हर रेबारी के घर में गौ माता का निवास है। गोडवाड़ क्षेत्र के रेबारी समुदाय के एक परिवार के पास लगभग 1 हजार से 10 हजार गायें होती है और वे कड़ी मेहनत के साथ उनकी सेवा का लाभ प्राप्त करता है । राजस्थान में रेबारी समाज की बाहुल्यता है। राजस्थान में ये समुदाय रेबारी,रायका,राईका,देवासी, देसाई,भरवाड़,मालधारी,रज्जाड़ी के नाम से प्रसिद्ध हैं। इस समुदाय का लगाव भेड़ों,बकरियों,ऊँटों और गायों की सेवा में है और यहीं इस समाज का पेशा है। भारत में लगातार बढ़ रही गौतस्करी,गौ-हत्या जे कारण व रेबारी समाज की भावनाओं को समझतें हुए राजस्थान की वर्तमान मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे सिंधियाँ ने राजस्थान को देश का पहला गौ कत्लखानें बंद करवाने वाला राज्य बनाया और पूरे देश के सामने एक आदर्श नमूना पेश करते हुए गौपालन के लिए अलग से मंत्रालय बनाया।य देश के किसी भी राज्य का पहला गौपालन मंत्रालय है और इसका दायित्व आदरणीय ओटाराम जी को सौंपा और भोपाजी देह के पहले गौपालन मंत्री बनें।
ओटाराम जी के खिलाफ रची साजिश :- ओटाराम जी देवासी चामुण्डा माताजी के इतने बड़े भक्त है कि वे मंत्री रहते हुए भी माताजी की सेवा नहीं छोड़ी। वे अपने व्यस्ततम जीवन से भी समय निकालकर नियमित माताजी को धोक लगाने आते हैं। ओटाराम जी देवासी को इस मन्दिर का पुजारी पड़ विरासत में मिला थी। इसके पहले उनके नानाजी इस मन्दिर के पुजारी थे। ओटाराम जी के पुजारी बनने के बाद चामुण्डा माताजी का एक ट्रस्ट बनाया गया और इस ट्रस्ट में नुन्दर गाँव के सभी लोगों को शामिल किया गया। ओटाराम जी की इस पहल को कुछ असामाजिक तत्व पचा नही पाये। वे पुरे मन्दिर और चामुण्डा माताजी की संपत्ति पर एकाधिकार जमाना चाहते थे और उन्होंने कुछ दलाल मीडिया को रिश्वत देकर अखबारों में झूठी खबर छपा डाली की "ओटाराम जी देवासी चामुण्डा माताजी के 100 करोड़ की संपत्ति को हड़पना चाहता हैं"।
साजिश |
समाज का समर्थन |
ओटाराम जी को पूरा देवासी समाज दिल से चाहता हैं । समस्त रेबारी समाज ओटाराम जी को अपना नेता मानते हैं। ओटाराम जी भी रायका समाज के हर छोटे-बड़े आयोजन व कार्य का हिस्सा बनते हैं । वे रायका समाज में बालविवाह, नशाखोरी जैसी कुप्रथाओं को मिटाने के पक्षधर हैं। ओटाराम जी देवासी रायका समाज को शिक्षित बनाने व बालिका शिक्षा पर जोर देने की अपील करते हैं। ओटाराम जी देवासी का कहना हैं कि राजस्थान का प्रत्येक रायका, रैबारी, राईका, देवासी, रबारी सहित पूरा मालधारी समाज अगर संगठित होकर आंतरिक लड़ाई-झगड़ों तथा क्लेश से उबर जाए तो देवासी समाज विकास की पटरी पर बहुत ही तेजी से चलेगा। उन्होंने युवाओं को समाज की प्राचीन पहचान, संस्कृति, पहनावा, बोलचाल, भाईचारा, सेवाभाव तथा ईमानदारी जैसे गुणों को कायम रखने की बात की। ओटाराम जी देवासी आज स्वयं राजस्थान सरकार में मंत्री होते हुए भी आज रायका समाज के पहनावे को ही पहन रहे हैं और गर्व महसूस कर रहे हैं। भोपाजी ने रायका समाज के विकास के लिए युवाओं को हर समय तत्पर रहने का आह्वान किया हैं।
इन्ही शब्दों के साथ हम आप सभी देवासी, रायका, राईका, रेबारी, मालधारी बन्धुओं को देवासी समाज की अपनी वेबसाइट dewasisamaj.com पर आने के लिए धन्यवाद देते हैं।
हमें उम्मीद हैं कि देवासी समाज के अनमोल रत्न ओटाराम जी देवासी की जीवनी पसंद आयी होगी। आप सभी समाज बन्धुओं से निवेदन हैं कि ओटाराम जी देवासी की इस जीवन कथा को सर्वत्र फैला दे ताकि पूरा राजस्थान और देश जान सके कि ओटाराम जी देवासी ने कितने संघर्ष करते हुए आज मन्त्री पद हासिल किया है, इसके लिए आप सभी समाज बंधू नीचे दिये गए share के ऑप्शन से फेसबुक और व्हाट्सअप पर शेयर करे ।
हम फिर से आप सभी के समक्ष हमारे देवासी, रायका, रेबारी तथा मालधारी समाज के समाजसेवकों, संतों, महापुरुषों और नेताओं की जीवनी, रेबारी समाज की खबरें, देवासी समाज के इतिहास, रायका समाज के मंदिर-धर्मधालाओं, वीर पाबुजी महाराज इत्यादि से सम्बंधित खबरें लेकर हाजिर होंगे ।
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सदियों से अशिक्षा और पिछड़ापन में रहा यह राईका समाज भी अब जाग चूका हैं और संगठित होकर एक मजबूत देवासी समाज बनाने को आतुर हैं।
धन्यवाद
रामराज आयो भयोरे भया बीमा पॉलिसी मे कलेम ऊट का पसास हजार रुपये घोड़ा का पसास हजार रुपये गधा का पसास हजार रुपये
ReplyDeleteधनाराम देवासी हेमावास पाली राजस्थान